50 लाख के इनामी नक्सली की मां पहुंची SP दफ्तर, कहा – ”बिना बेटे को देखे नहीं मरूंगी”
पुजारी कांकेर एनकाउंटर में माओवादियों के बड़े लीडर दामोदर राव ऊर्फ मल्लन्ना की मौत हुई है.मां पहुंची दामोदर की लाश लेने
बीजापुर: पुजारी कांकेर में हुए एनकाउंटर में कुल 18 माओवादी मारे गए. मुठभेड़ में 50 लाख का इनामी माओवादी दामोदर राव ऊर्फ मल्लन्ना भी ढेर हुआ है. नक्सली लीडर दामोदर की मां अब बेटे की लाश लेने के लिए तेलंगाना पुलिस के पास पहुंची है. तेलंगाना पुलिस के पास पहुंचकर दामोदर की मां ने बेटे की डेड बॉडी सौंपने की मांग की है. दामोदर की मां का कहना है कि जबतक बेटे का चेहरा नहीं देख लेती तबतक उसकी मौत नहीं होगी. पुजारी कांकेर में मारा गया नक्सली दामोदर काफी खूंखार नक्सली था. पीएलजीए संगठन में बड़े स्तर का नेता था. उसकी क्षमता को देखते हुए ही माओवादियों ने चोक्काराव उर्फ दामोदर उर्फ मल्लन्ना को तेलंगाना राज्य सचिव नियुक्त किया था.
दामोदर की मां पहुंची पुलिस दफ्तर: नक्सली लीडर दामोदर राव की गिनती बड़े माओवादी नेताओं में होती थी. नक्सली संगठन ने दामोदर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी. दामोदर राव इतना खतरनाक नक्सली था कि उस पर पुलिस ने 50 लाख का इनाम घोषित किया था. दामोदर राव को नक्सल संगठन में तब बड़ी जिम्मेदारी मिली जब नक्सलियों के टॉप लीडर की कोरोना से मौत हो गई. कहा जाता है कि यापा नारायण उर्फ हरिभूषण की 21 जून 2021 को छत्तीसगढ़ में कोविड के कारण मौत हो गई थी. यापा की मौत के बाद उसकी जगह पर दामोदर को जिम्मेदारी सौंपी गई.गार्ड और घातक हथियारों से लैस रहता था दामोदर: बीजापुर एनकाउंटर में मारा गया नक्सली दामोदर राव काफी खूंखार नक्सली था. कहा जाता है कि दामोदर की सुरक्षा में हमेशा एक हथियाबंद दस्ता ड्यूटी देता था. खुद दामोदर राव अपनी सुरक्षा के लिए घातक हथियारों से लैस रहता था.
कैसे किया फोर्स ने सफाया: फोर्स को खुफिया इनपुट मिले थे कि नक्सली अपने बड़े लीडरों के साथ पुजारी कांकेर में बैठक कर रहे हैं. बैठक में बड़ी संख्या में माओवादी जमा हैं. सूत्र ये भी बताते हैं कि पुजारी कांकेर की बैठक में नक्सली कमांडर हिड़मा और कमांडर देवा जो पुवर्ती के करने वाले हैं वो भी शामिल थे. खबर की पुष्टि होने के बाद फोर्स ने इलाके की ओर मूव किया. डीआरजी, कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ की बड़ी टुकड़ी मौके पर पहुंची. ऑपरेशन के दौरान फोर्स ने 12 माओवादियों को मार गिराया. एनकाउंटर के बाद मौके से 12 शव भी माओवादियों के बरामद किए. बाद में माओवादियों की ओर से पर्चा जारी कर कहा गया कि उनके 18 साथी मारे गए हैं. पुजारी कांकेर एनकाउंटर में 1 हजार से ज्यादा जवान शामिल हुए. करीब 9 घंटे से ज्यादा चली मुठभेड़ में जवानों को साल की पहली बड़ी सफलता मिली.
नक्सलियों की मिली हथियार फैक्ट्री: मुठभेड़ के बाद इलाके में जवानों ने सघन सर्चिंग अभियान चलाया. सर्च ऑपरेशन के दौरान नदी किनारे से नक्सलियों का बनाया सुरंग मिला. सुरंग में हथियार बनाने की पूरी फैक्ट्री थी. बम और बम बनाने का सामान भी वहां से बरामद हुआ. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि हम तय समय सीमा से पहले नक्सलवाद फ्री भारत का लक्ष्य पूरा कर लेंगे.