छत्तीसगढ़

CGPSC (सीजीपीएससी) घोटाला: टामन सोनवानी और श्रवण गोयल की रिमांड बढ़ी

रायपुर । छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) की 2021 राज्य सेवा भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले के मामले में पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पॉवर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दोनों आरोपी वर्तमान में जेल में बंद हैं और उन्हें शुक्रवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों की 14 दिन की रिमांड बढ़ा दी है।

रिश्वत देकर बेटा-बेटी को बनाया डिप्टी कलेक्टर

सीबीआई जांच में खुलासा हुआ कि श्रवण कुमार गोयल ने अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए 45 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। यह रकम 20 लाख और 25 लाख रुपये की दो किस्तों में ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से दी गई। शशांक और भूमिका, कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के दामाद और बेटी हैं।

2021 सीजीपीएससी परीक्षा के परिणाम में शशांक ने तीसरी रैंक और भूमिका ने चौथी रैंक हासिल की थी। मई 2023 में जारी अंतिम परिणाम में दोनों का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ। इसके बाद से ही इनकी नियुक्ति पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगे।

हाईकोर्ट ने लगाई नियुक्तियों पर रोक
घोटाले के आरोपों के बीच हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई, जिसके बाद 18 अभ्यर्थियों की नियुक्तियों पर रोक लगाई गई। विपक्षी दल भाजपा ने इस मुद्दे को विधानसभा चुनाव 2023 में जोर-शोर से उठाया। भाजपा के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने मामले की जांच ईओडब्ल्यू और एसीबी को सौंपी, जिसे बाद में सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया।

सीबीआई जांच में बड़ा खुलासा
सीबीआई जांच में यह बात सामने आई कि तत्कालीन पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी ने राजनीतिक दबाव और आर्थिक लाभ के चलते कई गड़बड़ियां कीं। जांच में यह भी पता चला कि उन्होंने अपने नजदीकियों और कांग्रेस नेताओं के करीबी रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की।

सरकार के खिलाफ बढ़ा दबाव
पूर्व सरकार के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं को लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को 48 शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। इसके बाद सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर टामन सिंह सोनवानी और श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया।

यह मामला छत्तीसगढ़ में सरकारी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का प्रमुख उदाहरण बन गया है। आगामी दिनों में इस पर और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button