ऊर्जा व जल संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला में किसानों-ग्रामीणों ने लिया हिस्सा
जगदलपुर । छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण क्रेडा द्वारा जोनल कार्यालय जगदलपुर में ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से कृषकों में ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति जागरुकता लाने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में कार्यपालन अभियंता क्रेडा जोनल कार्यालय जगदलपुर संकेत द्विवेदी ने उपस्थित कृषकों एवं ग्रामीणों को ऊर्जा एवं जल संरक्षण के महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत कराया।
उन्होंने कृषकों को अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने, घर से बाहर जाने पर विद्युत उपकरण को बंद करने तथा जल को व्यर्थ बहने से रोकने के संबंध में जानकारी देते हुए कृषकों को पारंपरिक ऊर्जा जैसे कोयला, पेट्रोलियम् लकड़ी इत्यादि पदार्थों पर निर्भरता व उनकी खपत कम से कम करने हेतु आग्रह किया गया, जिससे भावी पीढ़ी को सुचारु रुप से ऊर्जा एवं जल उपलब्ध हो सके। कार्यपालन अभियंता संकेत द्विवेदी द्वारा क्रेडा विभाग में संचालित योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत कराया गया, साथ ही सौर संयंत्रों से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्याओं, शिकायतों व निराकरण किये जाने हेतु निर्मित सौर समाधान ऐप के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई तथा प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से होने वाले लाभ तथा शासन द्वारा प्रदाय सब्सिडी की जानकारी दी गई। कार्यशाला में सहायक अभियंता क्रेडा जगदलपुर डीएस सिदार द्वारा उपस्थित कृषकों को ऊर्जा एवं जल संरक्षण के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी गई।
नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत जैसे बायोगैस, सोलर कुकर, सौर गर्म जल संयंत्र, सोलर पंप, सोलर पॉवर प्लांट इत्यादि के बारे में विस्तार से समझाया गया तथा शासन द्वारा देय अनुदान एवं हितग्राही अंशदान के बारे में जानकारी दी गई तथा उपस्थित कृषकों को अधिक से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने एवं उपयोग करने हेतु अनुरोध किया गया।। वहीं ग्रीन वर्ल्ड सोलर वेयर रायपुर के भूपेन्द्र वर्मा द्वारा जल जीवन मिशन योजनान्तर्गत स्थापित सोलर ड्यूल पंप के बारे में जानकारी दी गई। सोलर ड्यूल पंप के स्थापना से ग्राम पंचायतों को होने वाले लाभ जैसे विद्युत देयक का वहन नहीं करना पड़ता, संयंत्र में सेंसर स्थापित होने से टंकी भरने से पंप स्वतः बंद हो जाता है जिससे पानी व्यर्थ नहीं बहता, संयंत्र सूर्य की रोशनी से कार्य करता है जिससे पर्यावरण साफ एवं स्वच्छ रहता है। इस प्रकार सोलर ड्यूल पंप ग्रामीण क्षेत्रों में जल संवर्धन में सहायक सिद्ध हो रहा है। साथ ही वर्मा द्वारा कृषकों को ऊर्जा दक्ष पंप-मोटर का अधिक से अधिक उपयोग करने तथा ड्रिप सिंचाई के संबंध में जानकारी दी गई।
कार्यशाला में सहायक अभियंता अंकित पिल्लई द्वारा ऊर्जा संरक्षण के बारे में कृषकों को महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया गया कि ऊर्जा दक्ष उपकरण अधिक से अधिक उपयोग करने से विद्युत खपत में कमी आती है। ऊर्जा दक्ष उपकरण जैसे कृषि के पंप मोटर, एसी, फ्रिज, कुलर, टीवी इत्यादि विद्युत उपकरण भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी प्रमाणित स्टार रेटेड उपयोग करने हेतु जानकारी दी गई। उप अभियंता यशवंत साहू द्वारा किसानों को सोलर हाईमास्ट, सोलर होम लाइट के बारे में जानकारी दी गई। वहीं उप अभियंता कमल देवांगन के द्वारा सौर सुजला योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला में सहायक अभियंता द्वय यशवंत साहू एवं कमल साहू सहित उप अभियंता कमलेश कुमार और विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी तथा विभिन्न ग्रामों से आए 40 किसानों के साथ ही ग्रामीणजन सम्मिलित हुए।