Israel vs Iran: भारत ने पश्चिम एशिया में शत्रुता कम करने का किया आह्वान, कहा- संयम बरतें
नई दिल्ली। भारत ने शनिवार को इजरायल द्वारा ईरान पर हमले किए जाने के बाद मध्य पूर्व में तनाव पर चिंता व्यक्त की। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हम पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और क्षेत्र तथा उससे परे शांति और स्थिरता पर इसके प्रभाव से बेहद चिंतित हैं। हम सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और बातचीत तथा कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान दोहराते हैं। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि चल रही शत्रुता किसी के लिए भी लाभकारी नहीं है, जबकि निर्दोष बंधकों और नागरिक आबादी को लगातार कष्ट झेलना पड़ रहा है। क्षेत्र में हमारे मिशन भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं।
शनिवार को, इज़राइल ने ईरान में सैन्य स्थलों को निशाना बनाया। IDF ने कहा कि उसके दर्जनों जेट विमानों ने मिसाइल कारखानों और अन्य स्थलों पर भोर से पहले तीन बार हमले किए। एपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने दावा किया कि उसके हवाई सुरक्षा बलों ने हमले का सफलतापूर्वक मुकाबला किया, लेकिन दो सैनिक मारे गए और कुछ स्थानों को “सीमित क्षति” हुई। तेहरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान को अपनी रक्षा करने का “अधिकार और दायित्व” है, लेकिन साथ ही कहा कि वह “क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पहचानता है”, जो कि पिछले तनावों की तुलना में अधिक समझौतापूर्ण बयान है।
इजराइल ने शनिवार तड़के ईरान पर सिलसिलेवार तरीके से हमले किए और कहा कि हमलों में उन स्थानों को निशाना बनाया है, जहां उसके देश पर दागी गईं मिसाइलें बनाई गई थीं। पश्चिम एशिया में बढ़ती हिंसा के बीच इस हमले से दोनों कट्टर दुश्मनों के बीच पूर्ण युद्ध की आशंका बढ़ गई है। गाजा में ईरान समर्थित चरमपंथी समूह हमास और लेबनान में हिज्बुल्ला पहले ही इजराइल से युद्ध लड़ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी के अनुसार, लेबनान में युद्ध के कारण 12 लाख लोगों कोबेघर होना पड़ा है, जिनमें चार लाख से ज्यादा बच्चे शामिल हैं।