ब्रिटेन से इंडिया तक बच्चियों-लड़कियों पर मंडराता ग्रूमिंग गैंग का खतरा
-संजय सक्सेना, लखनऊ
शिवेसना (उद्धव गुट) की सांसद और तेजतर्रार नेत्री प्रियंका चतुर्वेदी वैसे तो मोदी सरकार के खिलाफ हमेशा तीखे तेवर अपनाये रहती हैं,लेकिन जब बात देश की आन-बान और शान की आती हैं तो वह पूरी राष्ट्रभक्ति के साथ खड़ी नजर आती हैं। देश से बाहर कोई भारत की छवि खराब करे तो वह कतई बर्दाश्त नहीं करती हैं। यही वजह है मौका पड़ने पर वह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर को भी आईना दिखाने से नहीं चूकती हैं। दरअसल, पिछले कुछ वर्षो से ब्रिटेन की छोटी-छोटी 12-14 साल की श्वेत बच्चियां पाकिस्तानी मूल के कुछ पुरूषों के द्वारा चलाये जा रहे ‘ग्रूमिंग गैंग’ के चक्कर में फंस कर यौन शोषण का शिकार हो रही है। इस वजह से बच्चियों के अभिभावक हमेशा चिंतित रहते हैं और इस गैंग के खिलाफ आवाज भी उठाते रहते हैं।ग्रूमिंग गैंग के कृत्य ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर भी जानते हैं, लेकिन भारत की तरह यहां भी वोट बैंक और मुस्लिम तुष्टिकरण की सियासत चलती रहती है,जिसके चलते पाकिस्तानी मुस्लिम पुरुषों द्वारा चलाये जाने वाले घिनौने ग्रूमिंग गैंग के खिलाफ पीएम कार्रवाई करने से बचते रहते हैं। यहीं नहीं पाकिस्तानी लोगों द्वारा चलाये जाने वाले ग्रूमिंग गैंग के अपराधियों को बचाने के लिए पीएम इस गैंग को एशियन गैंग बता कर भारत सहित 48 देशों को बदनाम कर रहे हैं।
ब्रिटेन के ग्रूमिंग गैंग की चर्चा अब भारत में भी होनी लगी है। क्योंकि यहां भी कई ऐसे गैंग सक्रिय हैं जो लव जेहाद या नाम और धर्म छिपा कर हिन्दू लड़कियों को फंसाते और उनका यौन शोषण तथा ब्लैकमेल करते रहते हैं।यह भी एक तरह से गू्रमिंग गैंग का ही हिस्सा है। इसी बीच जब शिवसेना (उद्धव गुट) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग को लेकर एक पोस्ट किया तो टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने इस पर उनके पक्ष में प्रतिक्रिया देने में देरी नहीं की। दरअसल, पाकिस्तान के इस गैंग को ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर समेत कुछ लोग ‘एशियन ग्रूमिंग गैंग’ बता रहे हैं। इस बात पर प्रियंका चतुर्वेदी ने आपत्ति जाहिर की। उनकी आपत्ति पर एलन मस्क ने भी सहमति जताई।प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा, ब्रिटेन में ये एशियन ग्रूमिंग गैंग नहीं है, बल्कि पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग हैं। एशियाई लोगों को एक बहुत ही दुष्ट राष्ट्र के लिए क्यों दोषी ठहराया जाना चाहिए?’ सांसद प्रियंका की इस बात पर एलन मस्क ने सहमति जताते हुए कहा, हां प्रियंका चतुर्वेदी की बात सही है।
पाकिस्तानी पुरूषों के द्वारा चलाये जा रहे गू्रमिंग गैंग को विस्तार से समझा जाये तो यह साफ हो जाता है कि यह गैंग नाबालिग और बालिग, दोनों ही उम्र की लड़कियों को अपने जाल में फंसाता और उनका यौन शोषण करता है। ब्रिटेन में हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।हाल में इस मामले में फारूख और नफीस नाम के दो लोगों को सजा भी हुई है।इन दोनों मिलकर स्कूल-कॉलेज की करीब 100 लड़कियों का यौन शोषण किया था। छह महीने पहले ही दोनों को सजा हुई है।यह गैंग कैसे काम करता है इसके बारे में जानने पर पता चला कि पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग ब्रिटेन में जिस पैटर्न पर काम करता था, उसकी शुरुआत एक चमचमाती कार से होती थी। गैंग के लोग ब्रिटेन की नाबालिग लड़कियों को अपनी फैंसी स्पोर्ट्स कार दिखाकर रिझाते थे। इसके बाद वह उन्हें अपनी गर्लफ्रेंड बनाते थे। इसके बाद उन्हें नशे की लत लगाई जाती थी। उनके ड्रिंक्स में नशे की गोली मिलाई जाती थी। नशे में धुत लड़कियों को पैसे वाले लोगों के पास जाने के लिए कहा जाता था।
बीबीसी ने भी 2023 में इस गैंग का खुलासा किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रूमिंग गैंग की शुरुआत पाकिस्तानी पुरुषों के द्वारा टेकअवे चलाने या फिर रात में टैक्सी चलाने से शुरू हुआ। ऐसे लोग उन लड़कियों को निशाना बनाते हैं, जो देर रात बाहर होती थीं। 2014 में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसके मुताबिक, 1997 और 2013 के बीच इंग्लैंड के रॉदरहैम में कम से कम 1,400 बच्चों को यौन शोषण के लिए तैयार किया गया था। इनमें से कुछ की उम्र तो महज 11 साल थी। बीबीसी की तरह ही मीडिया समूह द गार्जियन की एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि इस गैंग के पुरूष लड़कियों को कैश, डिजाइनर कपड़ों और लग्जरी कारें दिखाकर फंसाते हैं। रोमांटिक रिश्ते का भ्रम पैदा करके कमजोर लड़कियों को निशाना बनाया जाता है। इसके बाद उनका यौन शोषण किया जाता है। 11 साल की उम्र की लड़कियों को अक्सर यह विश्वास दिलाया जाता है कि ये पुरुष उनके प्रेमी हैं और उनकी जीवनशैली शानदार है। इनके पास स्पोर्ट्स कारें हैं। इसके बाद लड़कियों को अमीर लोगों से दोस्ती कराई जाती है। बाद में उनका यौन शोषण किया जाता है। इसके बदले में गैंग में शामिल लोगों को पैसे मिलते। इस गैंग द्वारा सबसे पहले इन लड़कियों को शराब और नशीली दवाओं की लत लगाई जाती है। इसके बाद बेसुध लड़कियों की तस्करी की जाती है और उनका यौन शोषण किया जाता है। इस गैंग की शिकार एक लड़की ने कहा था कि ग्रूमिंग गैंग के लोग आते थे। मुझे एक कार में बिठाते थे और रात भर या उससे अधिक समय के लिए ले जाते थे। कभी-कभी मैं कई दिनों तक गायब हो जाती थी। शराब और ड्रग्स की मुझे लत लग गई थी।
पाकिस्तान का यह ग्रूमिंग गैंग इतना खतरनाक है कि कभी किसी लड़की द्वारा इनकार करने पर उसकी हत्या भी कर देता है। कुछ को तो जिंदा भी जला दिया जाता है। एक लड़की को उसके टेलफोर्ड स्थित घर में उसकी बहन और मां के साथ उस व्यक्ति ने ज़िंदा जला दिया जिसने उसे 12 साल की उम्र में इस धंधे के लिए तैयार किया था और उससे एक बच्चा पैदा किया था। बाद में ग्रूमिंग गिरोहों ने इस घटना का उदाहरण देकर दूसरी कई लड़कियों को मजबूर किया। ग्रूमिंग गैंग के लोग तमाम हथकंडे अपनाकर पहले लड़कियों का शिकार करते हैं। इनसे पैसे कमाते हैं। इसके बाद इन्हें अपनी पहचान बदलने के लिए इनपर दबाव डालते हैं। यहां पहचान बदलने से मतलब है धर्मांतरण। यह गैंग मासूम लड़कियों की जिंदगी तबाह करने के बाद उनपर अपना धर्म बदलने के लिए दबाव डालते हैं। ऐसे नहीं करने पर उनकी हत्या कर दी जाती है।
बहरहाल, मौजूदा पीएम भले ही ग्रूमिंग गैंग को लेकर लचीला रूख अपनाये हुए हैं,लेकिन ब्रिटेन के पूर्व प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने ग्रूमिंग गैंग के खिलाफ टास्क फोर्स की वकालत करते रहते हैं। यहां रॉबिन्सन जो एक ब्रिटिश पत्रकार हैं,उनकी भी चर्चा जरूरी है जिन्होंने कथित ग्रूमिंग गैंग्स और युवतियों के कथित दुष्कर्म पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। फिलहाल वह जेल में बंद है। मगर, सोशल मीडिया मंच एक्स पर उनकी टीम ने एक बार फिर ब्रिटेन में कथित दुष्कर्म का विषय उठाया। उनकी टीम ने कहा, ‘टेलफोर्ड में एक 11 साल की बच्ची के साथ ग्रूमिंग गिरोह के सदस्यों ने दुष्कर्म किया था। इतना ही नहीं उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया गया। यह उस क्षेत्र में होने वाले कई मामलों में से एक है। एक ऐसा शख्स, जिसने इस अभिशाप के बारे में बोलने और सच्चाई बताने की हिम्मत की, उसे जेल में डाल दिया गया। वह जेल में सड़ रहा है। यह शख्स कोई और नहीं बल्कि टॉमी रॉबिन्सन हैं। ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने कथित ग्रूमिंग स्कैंडल के बारे में कहा कि 11 साल की छोटी बच्चियों के साथ हुए इन घिनौने मामलों ने हमारे देश को शर्मसार कर दिया है। केवल अपराधियों को सजा नहीं मिलनी चाहिए, बल्कि उन अधिकारियों को भी सजा मिलनी चाहिए जिन्होंने नस्लीय तनावों को बढ़ाने के नाम पर आंखें मूंद लीं।
गू्रमिंग गैंग के कारनामोें की ग्रेट यारमाउथ रिफॉर्म पार्टी के सांसद रूपर्ट लो ने भी निंदा की है। वह कहते हैं इस तरह की खबरों को पढ़कर मैं इतना गुस्से में आ जाता हूं कि हमारे देश ने उन असुरक्षित युवा लड़कियों के साथ ऐसा होने दिया। यह ग्रूमिंग गिरोह नहीं है, यह दुष्कर्म गिरोह है – सामूहिक दुष्कर्म गिरोह। सच में यह मुझे ब्रिटिश होने पर शर्मिंदा करता है।’ इस गैंग को लेकर नेवार्क के सांसद रॉबर्ट जेनरिक ने कहा,‘उसी उम्र की लड़कियों के पिता के रूप में, इन सजा संबंधी टिप्पणियों में उजागर किए गए ग्रूमिंग गिरोह के अपराधियों की दुष्टता को समझना मुश्किल है। मैं आजीवन कारावास की सजा के लिए अभियान जारी रखूंगा। और उन सभी के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए जिन्होंने इसे छुपाया या दबाने की कोशिश की।’