लोहारीडीह कांड: कब्र से निकाला गया कचरू साहू का शव, दोबारा होगा पोस्टमार्टम
कवर्धा। कवर्धा जिले के बहुचर्चित लोहारीडीह कांड में एक नया मोड़ सामने आया है। जबलपुर हाईकोर्ट के आदेश पर 83 दिन बाद शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू के शव को कब्र से निकालकर दोबारा पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। शव को निकालते समय मृतक की पत्नी और बेटी मौजूद थीं। शव बुरी तरह सड़-गल चुका है, जिससे उसकी पहचान मुश्किल हो रही है।
सुरक्षा के बीच शव निकाला गया
घटनास्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की संयुक्त मेडिकल टीम मौजूद रही। शिव प्रसाद का शव बालाघाट जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में 15 सितंबर को फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया गया था। मामले में बालाघाट पुलिस ने रघुनाथ साहू के बेटे, भांजे सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
क्या है पूरा मामला?
15 सितंबर को मध्य प्रदेश के बीजाटोला गांव के एक खार में शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू की लाश फांसी के फंदे पर लटकती मिली थी। जांच में यह सामने आया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या थी। आरोपियों ने हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फांसी पर लटका दिया था। पुलिस ने रघुनाथ साहू के बेटे दिनेश साहू, भांजे रोमन साहू, टेकचंद पटेल, और राखीलाल साहू को गिरफ्तार किया। सभी आरोपी बालाघाट जिले के बिरसा थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
गांव में बवाल, हत्या के बाद हिंसा
शिव प्रसाद की हत्या की खबर से लोहारीडीह गांव में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने हत्या का आरोप लगाते हुए रघुनाथ साहू के घर को घेर लिया, उनके परिवार से मारपीट की, और घर में आग लगा दी। रघुनाथ साहू को जिंदा जलाकर मार दिया गया। पुलिस ने इस मामले में गंभीर कार्रवाई करते हुए 168 से अधिक ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज किया और 33 महिलाओं समेत 69 लोगों को गिरफ्तार किया।
जेल में कैदी की मौत ने बढ़ाई तनाव
इस कांड में गिरफ्तार विचाराधीन कैदी प्रशांत साहू की जेल में मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी मृत्यु पुलिस पिटाई के कारण हुई। इस आरोप ने मामले को और संवेदनशील बना दिया है। फिलहाल, शिव प्रसाद के शव के दोबारा पोस्टमार्टम से नई जानकारी सामने आने की उम्मीद है।